एलआईसी 57,780 करोड़ रुपये सरप्लस जेनरेट करती है। इसमें से 2,889 करोड़ रुपये बतौर डिविडेंड सरकार को भुगतान किया गया है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ अगले महीने आएगा। कंपनी आईपीओ से 70,0000 से 1,00,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है। अभी कंपनी में सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है। लिस्टिंग के बाद एलआईसी की वैल्यूएशन 13 से 15 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। इस तरह यह देश की सबसे बड़ी कंपनियों के क्लब में शामिल हो जाएगी। यह आईपीओ इंडियन स्टॉक मार्केट के लिए कई मायनों में खास है।
29 करोड़ से ज्यादा ग्राहक
एलआईसी की स्थापना 1888 में हुई थी। इसके पॉलिसी होल्डर्स की संख्या 29 करोड़ है। कंपनी अपने पॉलिसी होल्डर्स के लिए शेयर रिजर्व करने के बारे में सोच रही है। जिन पॉलिसी होल्डर्स की पॉलिसी उनके पैन कार्ड से लिंक्ड होगी, उन्हें इसका फायदा मिलेगा। उन्हें कंपनी प्राइस में डिस्काउंट दे सकती है।
11 लाख एजेंट्स
देशभर में एलआईसी के 8 जोनल ऑफिस हैं, जिनके तहत 113 डिविजनल ऑफिस आते हैं। एलआईसी के देशभर में 11.48 लाख एजेंट्स हैं। इसके 2000 से ज्यादा ब्रांचेज हैं। एलआईसी 57,780 करोड़ रुपये सरप्लस जेनरेट करती है। इसमें से 2,889 करोड़ रुपये बतौर डिविडेंड सरकार को भुगतान किया गया है।
98 फीसदी से ज्यादा क्लेम सेटलमेंट रेशियो
एलआईसी का क्लेम सेटलमेंट रेशियो 98.27 फीसदी है। इतनी पुरानी और इतनी बड़ी कंपनी का इतना ज्यादा क्लेम सेटलमेंट रेशियो उसके कामकाज की क्वालिटी के बारे में बताता है। इसका सॉल्वेंसी रेशियो 176 फीसदी है, जो 150 फीसदी के तय मानक से ज्यादा है। कुल इन्वेस्टमेंट पर एलआईसी का एनपीए 7.78 फीसदी है।
ग्रोथ के लिए जबर्दस्त संभावना
इंडिया में लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री की ग्रोथ की बहुत संभावना है। अभी आबादी का बड़ा हिस्सा लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी से दूर है। लाइफ इंश्योरेंस इंडस्ट्री की सालाना ग्रोथ 22.5 फीसदी है। एलआईसी का रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट भी दूसरी जीवन बीमा कंपनियों से अच्छा है।
बढ़ सकती है स्टॉक मार्केट्स की चमक
एलआईसी के आईपीओ से इंडियन स्टॉक मार्केट्स की चमक बढ़ने की उम्मीद है। इसकी वजह यह है कि अभी सीडीसीएल के पास 5 करोड़ से ज्यादा डीमैट खाते हैं। चूंकि, एलआईसी के पॉलिसी होल्डर्स की संख्या 29 करोड़ से ज्यादा है, जिससे डीमैट खातों की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है।
एलआईसी के बोर्ड ने शुक्रवार को आईपीओ के प्लान को मंजूरी दे दी। हालांकि, उसने ड्रॉफ्ट डॉक्युमेंट में मामूली बदलाव करने को कहा है। दोबारा 15 सदस्यों वाले बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें ड्राफ्ट हेरिंग प्रॉस्पेक्टस को क्लिरेंस मिल जाएगा। उम्मीद है कि अगले हफ्ते सोमवार तक एलआईसी सेबी के पास प्रॉस्पेक्टस भेज देगी।